नाम | छोटू सिंह रावणा |
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जन्म स्थान | कोटरा, बाड़मेर |
जन्म तिथि | 4 अक्टूबर 1996 |
शिक्षा | बाड़मेर के पीजी कॉलेज से पूरी की |
काम | भजन, गायक |
जाति | रावणा, राजपूत |
माता/ पिता | पिता – नेमीचन्द रावणा माता – धीरजबाई रावणा |
प्रसिद्ध भजन | माँ रानी पद्मावती, वायक आया गुरुदेव (रानी रूपादे) |
नेट वर्थ | लगभग 16 करोड़ रुपये (2021 तक) |
छोटू सिंह रावणा ने अपने जीवन के समय में राजस्थानी भजनों की दुनिया में अपना स्थान बनाया था। उन्होंने राजस्थानी भजनों को नए आयाम दिए और उन्हें एक नया अंदाज दिया जिसके कारण उन्हें राजस्थान के सिरमौर कहा जाने लगा।
उनके गाए भजनों में स्थानीय भाषा राजस्थानी का उपयोग किया जाता था और उनमें देवी-देवताओं की महिमा गाई जाती थी। इन भजनों की खासियत थी कि वे लोक भावों से भरे हुए थे जो लोगों के मन में उत्साह और धार्मिक भावना को जगाते थे।
छोटू सिंह रावणा के गाए भजनों में से कुछ प्रसिद्ध भजन हैं जैसे “म्हारे गाम का पानी”, “अम्बे तू है जगदम्बे काली”, “जमुना जी के पानी” और “आठ पहरीया घालीया खाम्मा”. इन भजनों को न सिर्फ राजस्थान में बल्कि पूरे भारतवर्ष में बहुत पसंद किया जाता है।
छोटू सिंह रावणा को भारतीय क्रांतिकारी भजन सम्राट के रूप में भी जाना जाता है। उनके भजनों में समाज के अंधविश्वास, जातिवाद, भेदभाव आदि के खिलाफ लोगों को जागरूक करने का बड़ा महत्व था। इनके भजनों में समाज सुधार की बातें उठाई जाती थीं और लोगों को अपने अधिकारों के लिए लड़ने के लिए प्रेरित किया जाता था।
उनके भजन “रानी पद्मावती”, “अमर रहे स्वाभिमान तेरा” और “वायक आया गुरुदेव” आदि अत्यंत प्रसिद्ध हुए हैं। इन भजनों में देश के स्वतंत्रता संग्राम के लिए लोगों को प्रेरित किया गया था और इन भजनों के माध्यम से छोटू सिंह रावणा ने जनता को उठाने का काम किया था।
छोटू सिंह रावणा के भजनों का अधिकांश हिस्सा आज भी लोकप्रिय है और लोग इन्हें आज भी गाते हैं। उनके भजनों में समाज के अंधविश्वासों के खिलाफ लड़ाई, समाज में सुधार और देश की स्वतंत्रता के लिए जागरूकता के संदेश होते हैं।
छोटू सिंह रावणा का जन्म बाड़मेर जिले की कोटरा गांव में 4 अक्टूबर 1994 को हुआ था। छोटू सिंह रावणा के परिवार में उनके माता-पिता तथा दो भाई हैं। इनके परिवार के सदस्य सभी कोटरा गांव में ही रहते हैं और उनका घर बाड़मेर जिले में ही है। इनकी शिक्षा बाड़मेर के पीजी कॉलेज से हुई है। छोटू सिंह रावणा बचपन से ही संगीत की दुनिया से जुड़े रहे थे और उन्होंने बचपन से ही संगीत के क्षेत्र में आगे बढ़ने की ठान ली थी।
छोटू सिंह रावणा के कैरियर की शुरुआत –
छोटू सिंह रावणा की संगीत की शुरुआत उनके बचपन से ही हुई थी। वे छोटे से ही संगीत के क्षेत्र में रुचि रखते थे और घर में होते हुए भी वे अक्सर संगीत का प्रयोग करते थे। उन्होंने अपने पहले भजन 2012 में रिलीज किए थे। उनका पहला भजन “म्हारा म्हारा गाम बाड़मेर” था। इसके बाद उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत की और अपने अन्य भजनों को रिकॉर्ड किया और इन्हें ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों पर रिलीज किया।
उन्होंने शुरुआत में राजस्थान के कुछ निर्माताओं के साथ काम किया और बाद में अपने अल्बम ‘जोरदार बैंगन’ और ‘जयपुर था जीता’ के साथ अपना नाम बढ़ाया। उनके लोकप्रिय भजनों में ‘वायक आया गुरुदेव’, ‘रानी पद्मावती’, ‘अमर रहे स्वाभिमान तेरा’ और ‘रूपादे रानी’ शामिल हैं।
छोटू सिंह रावणा ने अपने गायन के दम पर बॉलीवुड में भी कुछ फिल्मों में अपनी आवाज प्रदान की है। उन्होंने फिल्म ‘दास देव’ के लिए ‘माला गिरिद्धारी’ गाया है, जो श्री श्यामा प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित है। उन्होंने आयुष्मान खुराना और जितेंद्र कुमार स्टारर फिल्म ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ के लिए ‘कनहैया’ गाया था। उन्होंने अनिल कपूर और कृति सेनन स्टारर फिल्म ‘एक विलेन’ के लिए ‘एक विलेन’ गाया था।
छोटू सिंह रावणा की नेट वर्थ –
छोटू सिंह रावणा की नेट वर्थ बताना कठिन है क्योंकि इसकी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध नहीं है। उनका करियर अभी बहुत उभरता हुआ है और अभी उनके बहुत सारे अवसर आने बाकी हैं। लेकिन, उनके प्रसिद्ध भजनों और लाइव शो के माध्यम से उन्हें बहुत सारा धन कमाने का मौका मिल रहा है। उनकी कुल नेट वर्थ की अनुमानित राशि 16 करोड़ रुपये है
छोटू सिंह रावणा का प्रारंभिक जीवन –
छोटू सिंह रावणा का जन्म 4 अक्टूबर, 1996 को राजस्थान के बाड़मेर जिले के कोटरा गांव में हुआ था। उनके परिवार में माता-पिता और उनके तीन भाई-बहन थे। उनके पिता संतोष कुमार रावणा एक कृषि कर्मचारी थे। उनकी माता का नाम नहीं मिला है। छोटू सिंह रावणा के परिवार की आर्थिक स्थिति मध्यम थी।
छोटू सिंह रावणा का बचपन संगीत से जुड़ा रहा। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बाड़मेर के स्कूलों से पूरी की और उन्होंने अपनी स्नातक शिक्षा के लिए पीजी कॉलेज, बाड़मेर में एडमिशन लिया। छोटू सिंह रावणा ने अपनी स्नातक शिक्षा के दौरान ही संगीत से जुड़े रहते हुए गायक बनने का फैसला लिया था।
छोटू सिंह रावणा का जीवनी –
छोटू सिंह रावणा भारतीय संगीत उद्योग के एक प्रसिद्ध सिंगर, संगीतकार और गीतकार हैं। वह 4 अक्टूबर 1996 को राजस्थान के बाड़मेर जिले के कोटड़ा गांव में जन्मे थे। उनका पूरा नाम रामपाल रावणा था।
छोटू सिंह रावणा का संगीत के प्रति रुचि बचपन से ही थी। वे नैन मिलाकर संगीत सुनते थे और अपने घर के कामों के दौरान भी संगीत गाते रहते थे। उनके पिता जी कुंभार थे और वह अपने परिवार के साथ अपने गांव में रहते थे। छोटू सिंह रावणा को बाड़मेर के पीजी कॉलेज से उच्च शिक्षा मिली।
उनका संगीतीय करियर 2011 में शुरू हुआ जब वे पहली बार अपने गांव में हुए गांव के सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपने गीत गाए। इसके बाद उन्होंने अपनी गायिका की शुरुआत की और अपनी पहली अल्बम “मारवाड़ी रोक एंड रोल” को 2014 में रिलीज किया। इसके बाद वे अपनी संगीत लाइव शो के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों में जाते रहते हैं
उनके संगीत लाइव शो में लाखों लोग उनके गानों का आनंद लेते हैं और वे अपने फैंस के बीच नए-नए गाने गाते हुए दिखाई देते हैं। छोटू सिंह रावणा का जीवनी में संगीत इनके लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा है और इन्होंने अपने संगीत के माध्यम से लोगों के दिलों में जगह बनाई है।
छोटू सिंह रावणा का व्यक्तिगत जीवन –
छोटू सिंह रावणा व्यक्तिगत जीवन में बहुत ही संयमित और संगीत से जुड़े रहे हैं। वे अपने परिवार के साथ रहते हैं और शो के दौरान अपने साथी संगीतकारों के साथ यात्राएं करते हैं। वे शादीशुदा हैं और उनकी पत्नी भी संगीत से जुड़ी हैं।
छोटू सिंह रावणा अपने संगीत के अलावा अपने शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखते हैं। वे एक फिटनेस एंथूजियास्ट हैं और रोजाना व्यायाम करते हैं। वे अपने सामाजिक मीडिया अकाउंट्स पर अपने फिटनेस रुटीन के बारे में भी शेयर करते हैं।
छोटू सिंह रावणा एक उदार और समझदार इंसान हैं। वे अपने फैंस के साथ नियमित रूप से संवाद करते हैं और संगीत के माध्यम से लोगों के दिलों में जगह बनाने का प्रयास करते हैं।
छोटू सिंह रावणा का परिवार –
छोटू सिंह रावणा का परिवार राजस्थान के बाड़मेर जिले के कोटरा गांव से है। इनके पिता का नाम श्रीमती नेमीचन्द रावणा है और इनकी माता का नाम श्रीमती धीरजबाई रावणा हैं। छोटू सिंह रावणा के दो भाई और दो बहन हैं। इनका परिवार गांव में रहता है और उनके परिवार के सदस्य कृषि काम करते हैं।
छोटू सिंह रावणा की शिक्षा –
छोटू सिंह रावणा ने अपनी शिक्षा बाड़मेर के पीजी कॉलेज से पूरी की है। उन्होंने अपनी शिक्षा के दौरान भी संगीत की ओर अधिक ध्यान दिया था और इसी क्षेत्र में आगे बढ़ने की ठान ली थी।
छोटू सिंह रावणा का सोशल मीडिया अकाउंट –
Social Media | User ID | Followers |
YouTube | chotusingh rawna | 5.67 lakh subscribe |
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छोटू सिंह रावण पसंदीदा शौक क्या क्या है –
छोटू सिंह रावणा के कुछ पसंदीदा शौक निम्नलिखित हैं:
- संगीत: संगीत उनका पहला प्यार है। वे अपने बचपन से ही संगीत के शौकीन रहे हैं और अपनी यात्रा में इसे अपना करियर बना लिया है।
- फिटनेस: छोटू सिंह रावणा फिटनेस के शौकीन भी हैं और रोज योग और व्यायाम करते हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी अक्सर अपने फिटनेस का वीडियो शेयर किया है।
- यात्रा: छोटू सिंह रावणा यात्रा करने का भी शौकीन हैं। वे अपने काम के दौरान विभिन्न स्थानों पर जाते हैं और उनकी सामाजिक मीडिया पर भी यात्राओं से संबंधित वीडियो और फोटो शेयर करते हैं।
- खाना: छोटू सिंह रावणा खाने के शौकीन भी हैं और वे अलग-अलग व्यंजनों का स्वाद लेने के लिए विभिन्न स्थानों पर जाते हैं।
छोटू सिंह रावणा बारे में तथ्य –
छोटू सिंह रावणा एक भारतीय संगीतकार और गायक हैं। वे राजस्थान के बाड़मेर जिले में जन्मे हैं। उन्होंने अपनी संगीत शिक्षा बाड़मेर के पीजी कॉलेज से प्राप्त की थी। उन्होंने राजस्थानी लोक संगीत, राग और ताल के बारे में गहरी जानकारी हासिल की है।
छोटू सिंह रावणा ने राजस्थानी संगीत और लोक संगीत के क्षेत्र में एक नाम हासिल किया है। उनके लोकप्रिय गीतों में “चौधरी” और “गजब का है दिन” शामिल हैं। वे भारतीय संगीत इंडस्ट्री में काफी प्रसिद्ध हैं और वे अपने संगीत के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित हुए हैं।
छोटू सिंह रावणा ने अपने करियर की शुरुआत 2011 में अपने दोस्तों के साथ एक संगीत बैंड “बनेगी ले ज़िन्दगी” के साथ की थी। उन्होंने इसके बाद अपनी संगीत लाइव शो के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों में जाते रहते हुए कई लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न –
छोटू सिंह रावणा का जन्म बाड़मेर जिले की कोटरा गांव में हुआ था।
छोटू सिंह रावणा की शिक्षा बाड़मेर के पीजी कॉलेज से हुई थी।
छोटू सिंह रावणा का प्रसिद्ध गाना “Lal Peeli Ankhiyan” है।
छोटू सिंह रावणा का नेट वर्थ अंग्रेजी मैच खेलने वाले खिलाड़ियों में से एक है, और उनकी कुल नेट वर्थ की अनुमानित राशि 16 करोड़ रुपये है।
छोटू सिंह रावणा का सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम पर @chotasinghravanaofficial है।
छोटू सिंह रावणा का जन्म 4 अक्टूबर 1996 को हुआ था।